सहजन कौन कौन सी बीमारी में काम आता है? Luke Countinho से जानें सहजन खाने के 10 फायदे

सहजन कौन कौन सी बीमारी में काम आता है? Luke Countinho से जानें सहजन खाने के 10 फायदे

Moringa benefits in hindi : मोरिंगा यानी कि सहजन शरीर के सूजन को दूर करता है और दिल को अंदर से हेल्दी रखता है।

मोरिंगा यानी कि सहजन कई तरीकों से हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हैं। सहजन को लोग कई प्रकार से खाते हैं। लोग इसकी सब्जी, चटनी और सलाद बना कर खाते हैं। तो, सहजन की पत्तियों और फूलों को भी लोग कई प्रकार से इस्तेमाल करते हैं।  सहजन खाने के फायदे (moringa benefits in hindi) कई हैं। ये हम नहीं बल्कि वेलनेस कॉच ल्यूक कॉन्टिहो (Luke Countiho) का भी कहना है। लनेस कॉच ल्यूक कॉन्टिहो की मानें तो, सहजन में संतरे से 7 गुना ज्यादा विटामिन सी, गाजर से 10 गुना ज्यादा विटामिन ई और  दही से 17 गुना ज्यादा कैल्शियम होता है। साथ ही इसमें प्रोटीन, पोटेशियम और आयरन की भी मात्रा ज्यादा होती है। इसके अलावा वेलनेस कॉच ल्यूक कॉन्टिहो (Luke Countiho) ने ऐसे 10 कारण बताएं कि हमें क्यों सहजन (Moringa) का सेवन करना चाहिए।

सहजन के 10 फायदे -Moringa benefits in hindi

1. मोरिंगा सूजन को कम करता है

मोरिंगा (सहजन) शरीर के सूजन को कम करने में मददगार है। मोरिंगा की पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करते हैं। यह गठिया, एक्जिमा, सोरायसिस, और मल्टीपल स्केलेरोसिस जैसी ऑटोइम्यून स्थितियों के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। साथ ही इसका एंटी इंफ्लेमेटरी गुण दर्द को कम करने में मददगार है। साथ ही कई बार दर्द वाली जगह पर आप मोरिंगा के पत्तों को पीस कर इस्तेमाल भी कर सकते हैं। ये पेस्ट दर्द से राहत दिलाने में मददगार है।

2. एलर्जी और डायबिटीज में मददगार

मोरिंगा क्वेरसेटिन और क्लोरोजेनिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है। जबकि क्वेरसेटिन एक एंटीहिस्टामाइन है जो एलर्जी के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद करता है। तो यही क्लोरोजेनिक एसिड ब्लड शुगर के स्तर को प्रबंधित करने में मदद करता है। ये डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार है। लेकिन अगर आप डायबिटीज की दवाएं ले रहे हैं और तो सुनिश्चित करें कि ब्लड शुगर के स्तर को ट्रैक करें कि ताकि कहीं आप हाइपोग्लाइसीमिया के शिकार ना हो जाए।

3. हाई बीपी में फायदेमंद

मोरिंगा हाई बीपी को कम करने में भी मदद कर सकता है। दरअसल, मोरिंगा का एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करने में मदद करता है। ये धमनियों और एंडोथेलियल लाइनिंग में प्लाक को बनने से रोकता है और सूजन को कम करता है। साथ ही इसका मैगनिशियम ब्लड वेसेल्स को हेल्दी रखता है और दिल को अंदर से स्वस्थ बनाने में मददगार है। मोरिंगा के पत्ते बायोएक्टिव कंपाउंड की तरह काम करते हैं और नियाज़िमिसिन बी से भी भरपूर होते हैं। ये दिल को घातक बीमारियों से बचाने में मददगार है।

4. त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाता है

एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग यौगिकों से भरपूर, मोरिंगा ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन के प्रभाव को कम करता है। ये शरीर में एजिंग के लक्षणों को कम करता है और झुर्रियों से बचाता है। इसके अलावा ये बालों को सफेद होने से भी बचाता है। इसके एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीवायरल गुण आपकी त्वचा और बालों को बूस्ट करते हैं। यह ब्रेकआउट और मुंहासों को प्रबंधित करते हैं और स्कैल्प इंफेक्शन से बचाते हैं। ये जहां बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं वहीं, रूसी से छुटकारा दिलाने में भी मददगार है।

5. इम्यूनिटी बूस्टर है

सहजन एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटी गुणों से भरपूर है जो कि मौसमी बीमारियों से बचाव में मददगार है।  यह गलत सिग्नलिंग मार्ग को सही करने में मदद करता है और सूजन को कम करता है। साथ ही इसमें कुछ फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स से भरपूर होता है जो बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मददगार है। अगर आपको साल भर मौसमी बीमारियों से बचना है तो आपको रोज सुबह मोरिंगा टी पीने चाहिए।

6. थायराइड वालों के लिए फायदेमंद

हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म, दोनों में मोरिंगा बहुत फायदेमंद है। लेकिन फिर, अगर आप थायराइड की दवा ले रहे हैं तो, हमेशा अपने स्तर को ट्रैक करें।दरअसल, मोरिंगा थायराइड हार्मोन के प्रोडक्शन को कंट्रोल करता है और इसके कम या ज्यादा होने से रोकता है।

7. कीड़ों के काटने पर करें इस्तेमाल

गांवों में आज तक लोग मोरिंगा के पत्तों से घाव भरते हैं। हां आप इसे इस तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। आप मोरिंगा को नारियल या तिल जैसे तेल के साथ मिला कर लगा सकते हैं। इसके अलावा आप इसका लेप तैयार करके कीड़ों के काटने वाली जगह पर लगा सकते हैं।

8.  पेट खराब होने पर

पेट खराब होने पर मोरिंगा की चाय पेट को ठीक करने और इसके काम काज को बेहतर बनाने में मदद करती है। साथ ही आप मोरिंगा को उबाल कर उसका सेवन कर सकते हैं। ये पेट को स्वस्थ रखता है और पेट के कीड़ों को मारता है। इसका एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पेट दर्द को ठीक करता है और इसका एंटी बैक्टीरियल गुण पेट के कीड़ों को मारता है। इस तरह पेट खराब होने पर फायदेमंद है।

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9. मोरिंगा हेपेटोप्रोटेक्टिव है

मोरिंगा हेपेटोप्रोटेक्टिव है। इसके साथ बायोकैमिकल्स सेल्स को नुकासन से बचाते हैं और इन्हें हेल्दी रखते हैं। साथ ही सहजन यानी मोरिंगा सिरोथिक और अल्कोहल से प्रेरित फैटी लीवर के प्रबंधन में भी शक्तिशाली है। यह किडनी और लिवर की सुरक्षा करते है। लेकिन ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से बचें।

10. एनीमिया से बचाव में मददगार

एनीमिया से बचाव में मोरिंगा बहुत फायदेमंद है। ये आयरन से भरपूर है और एनीमिया से बचाव में मददगार है। मोरिंगा में 90 बायोएक्टिव यौगिक होते हैं। यह प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, क्रोमियम, कॉपर, मैग्नीशियम, सेलेनियम, जिंक, फोलिक एसिड से भरपूर होता है और इसमें उच्च स्तर के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। यह बी विटामिन का भी एक समृद्ध स्रोत है और ये सब मिल कर आपको अंदर से स्ट्रांग बनाता है।

मोरिंगा इस्तेमाल करने का तरीका-Moringa Uses in Hindi

  • -मोरिंगा (सहजन) पत्तों को छाया में सुखाकर पाउडर बना लें फिर इसका इस्तेमाल चाय और चटनी के लिए करें।
  • – सहजन की पत्तियों का चाय या काढ़ा बना लें।
  • -इसे जूस,सूप और करी में इस्तेमाल करें।
  • -इसे सब्जी, सांभर या रसम में पकाएं।

इस तरह आप विभिन्न प्रकार से मोरिंगा का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये हर तरह से शरीर के लिए फायदेमंद है। बस ध्यान रखें कि एक बार में और ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से बचें

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