Book: | National Council of Educational Research and Training (NCERT) |
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Board: | Central Board of Secondary Education (CBSE) |
Class: | 11th Class |
Subject: | Hindi Aroh Poem |
Chapter: | 9 |
Chapters Name: | सबसे खतरनाक |
Medium: | Hindi |
सबसे खतरनाक Class 11 Hindi Aroh Poem NCERT Books Solutions
सबसे खतरनाक (अभ्यास प्रश्न)
प्रश्न 1: कवि ने किस आशय से मेहनत की लूट, पुलिस की मार, गद्दारी-लोभ को सबसे खतरनाक नहीं माना।
कवि ने मेहनत की लूट, पुलिस की मार, गद्दारी लोभ को सबसे खतरनाक नहीं माना क्योंकि इन तीनों में मीन में आशा व उम्मीद की किरण बची रहती है। इनका प्रभाव सीमित होता है। इन क्रियाओं में प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है। इन स्थितियों को बदला जा सकता है। जिस समाज में पारस्परिक सौहाद्र, प्रेम, दया, करुणा आदि भावनाएँ समाप्त हो जाएंगी, वह मृत हो जाएगा।
प्रश्न 2: ‘सबसे खतरनाक’ शब्द के बार-बार दोहराए जाने से कविता में क्या असर पैदा हुआ?
‘सबसे खतरनाक’ शब्द के बार-बार, दोहराए जाने से पाठकों का ध्यान खतरनाक बातों की तरफ अधिक आकर्षित होता है। वे समाज की स्थितियों पर गंभीरता से विचार करते हैं। यह शब्द उस विभीषिका की ओर संकेत करता है जो समाज को निर्जीव कर रही है। इसके बार-बार प्रयोग से कथ्य प्रभावशाली ढंग से व्यक्त हुआ है।
प्रश्न 3: कवि ने कविता में कई बातों को ‘बुरा है’ न कहकर ‘बुरा तो है’ कहा है। ‘तो’ के प्रयोग से कथन की भंगिमा में क्या बदलाव आया है, स्पष्ट कीजिए।
कवि ने बैठे बिठाए पकड़े जाना, सहमी चुप में जकड़ने, कपट के शोर में सही होते हुए भी दब जाने आदि को बुरा तो है कहा है। ‘बुरा’ शब्द प्रत्यक्ष आरोप लगाता है, परंतु ‘तो’ लगाने से सारा जोर ‘तो’ पर चला जाता है। इसका अर्थ है। कि स्थितियाँ खराब अवश्य है, परंतु उनमें सुधार की गुंजाइश है। साथ ही, यह चेतावनी भी देता है कि अगर इन्हें नहीं सुधारा गया तो भविष्य में हालात और बिगड़ेंगे।
प्रश्न 4: ‘मुर्दा शांति से भर जाना और हमारे सपनों का मर जाना’-इनको सबसे खतरनाक माना गया है। आपकी दृष्टि में इन बातों में परस्पर क्या संगति है और ये क्यों सबसे खतरनाक है?
‘मुर्दा शांति से भर जाना’ का अर्थ है-निष्क्रिय होना, जड़ हो जाना या प्रतिक्रिया शून्य हो जाना। ऐसी स्थिति बहुत खतरनाक है। ऐसा व्यक्ति सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष नहीं कर पाता। उसके मन में किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं होती। वह जीवित होते हुए भी मृत के समान होता है। ‘हमारे सपनों का मर जाना’ का अर्थ है-कुछ करने की इच्छा समाप्त होना। मनुष्य कल्पना करके ही नए-नए कार्य करता है तथा विकसित होता है। सपनों के मर जाने से हम यथास्थिति को स्वीकार करके स्थिर एवं विचारशून्य हो जाते हैं।
प्रश्न 5: सबसे खतरनाक वह घड़ी होती है/अपनी कलाई पर चलती हुई भी जो/आपकी निगाह में रुकी होती है। इन पंक्तियों में ‘घड़ी’ शब्द की व्यंजना से अवगत कराइए।
‘घड़ी’ शब्द के दो अर्थ मिलते हैं। पहला अर्थ जीवन से जुड़ा हुआ है। जीवन घड़ी की तरह चलता रहता है। वह कभी नहीं रुकता। मनुष्य की चाह समाप्त होने पर ही वह जड़ हो जाता है। दूसरा अर्थ है-दिनचर्या यदि व्यक्ति समय के अनुसार स्वयं को बाँध लेता है तो वह यांत्रिक हो जाता है। वह ढर्रे पर चलता है। उसके जीवन में नया कुछ करने का अवकाश नहीं होता।
प्रश्न 6: वह चाँद सबसे खतरनाक क्यों होता है, जो हर हत्याकांड के बाद/आपकी आँखों में मिचों की तरह नहीं गड़ता है?
‘चाँद’ सौंदर्य का प्रतीक है, परंतु हत्याकांड के बाद कोई प्राणी सौंदर्य की कल्पना नहीं कर सकता। हत्या होने पर आम व्यक्ति के मन में आक्रोश उत्पन्न होता है। ऐसी स्थिति में मनुष्य को चाँद आनंद प्रदान करने वाला नहीं लगता। जो लोग ऐसी स्थिति में आनंद लेने की कोशिश करते हैं तो ऐसी संवेदनशून्यता वास्तव में खतरनाक है।
सबसे खतरनाक (अति महत्त्वपूर्ण प्रश्न)
प्रश्न 1:
‘सबसे खतरनाक’ कविता का प्रतिपाद्य बताइए।
उत्तर –
यह कविता पंजाबी भाषा से अनूदित है। यह दिनोदिन अधिकाधिक नृशंस और क्रूर होती जा रही दुनिया की विदूपताओं के चित्रण के साथ उरा खौफनाक स्थिति की ओर इशारा करती है, जहाँ प्रतिकूलता से जूझने के संकल्प क्षीण पड़ते जा रहे हैं। पथरायी आँखों-सी तटस्थता से कवि की असहमति है। कवि इस प्रतिकूलता की तरफ विशेष संकेत करता है जहाँ आत्मा के सवाल बेमानी हो जाते हैं। जड़ स्थितियों को बदलने की प्यास के मर जाने और बेहतर भविष्य के सपनों के गुम हो जाने को कवि सबसे खतरनाक स्थिति मानता है।
प्रश्न 2:
सपनों का मर जाना किस प्रकार खतरनाक है?
उत्तर =
सपने जीवन में नए रंग भरते हैं। वे मनुष्य को नया कार्यक्षेत्र देते हैं। जब व्यक्ति के सपने मर जाते हैं तो उसके जीवन का उद्देश्य समाप्त हो जाता है। बिना उद्देश्य के कोई जीवन नहीं होता। इस तरह सपनों के मर जाने से व्यक्ति का अस्तित्व ही समाप्त हो जाता है। यह स्थिति। जीवन के लिए कभी अच्छी नहीं होती।
प्रश्न 3:
कवि ने किन-किन स्थितियों को बुरा बताया है?
उत्तर =
कवि ने निम्नलिखित स्थितियों को बुरा बताया है।
1. मेहनत की लूट होना।
2 पुलिस की मार पड़ना
3. बिना किसी दोष के गिरफ्तारी
4 डर से चुप होना
5. सही आवाज का दब जाना
6. विवशता से आक्रोश की दवा कर समय काटते जाना,
प्रश्न 4:
कवि ने वे कौन-कौन सी स्थितियाँ बताई हैं जो सबसे खतरनाक हैं?
उत्तर =
कवि ने निम्नलिखित स्थितियों को सबसे खतरनाक बताया है।
1. मुर्दे जैसी शांति का भर जाना।
2. सपनों का मर जाना।
3. तड़पकर अन्याय को सहन करना।
4 घड़ी का एक बिंदु पर ठहरना।
5. अन्याय देखकर संवेदनहीन होना।
5. ढरें पर जिंदगी चलना।।
7. अत्याचार का आँखों में न गड़ना।।
8. आत्मा की आवाज को अनसुना करना।
सबसे खतरनाक (पठित पद्यांश)
1. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
मेहनत की लूट सबसे खतरनाक नहीं होती
पुलिस की मार सबसे खतरनाक नहीं होती
गद्दारी-लोभ की मुट्ठी सबसे खतरनाक नहीं होती
बैठे-बिठाए पकड़ जाना-बुरा तो हैं।
सहमी सी चुप में जकड़ ज़ाना बुरा तो है
पर सबसे खतरनाक नहीं होता
कपट के शर में
सही होते हुए भी दब जाना-बुरा तो हैं।
किसी जुगनू की ली में पढ़ना-बुरा तो है।
मुट्टियाँ भींचकर बस वक्त निकाल लेना-बुरा तो हैं।
सबसे खतरनाक नहीं होता
प्रश्न
1, ‘सबसे खतरनाक नहीं होती वाक्यांश की आवृत्ति से कवि क्या कहना चाहता है?
2. कवि ने किन-किन खतरनाक स्थितियों का उल्लेख किया है।
3. किसी जुगनू की लौ में पढ़ना-आशय स्पष्ट कीजिए।
4. मुदठियाँ भींचकर वक्त निकालने को बुरा क्यों कहा गया है।
उत्तर =
1. इस वाक्यांश की भावृत्ति से कति करना चाहता है कि समाज में अनेक स्थितियाँ खतरनाक हैं, परंतु इनसे भी खतरनाक स्थिति जड़ता, प्रतिक्रियाहीनता की है।
2. कवि ने निम्नलिखित खतरनाक स्थितियों के बारे में बताया है- मेहनत की कमाई लूटना पुलिस की मार, शासन के प्रति गद्दारी, लोभ करना।
3, इसका अर्थ है कि साधनहीनता की स्थिति में गुजारा चलाना बहुत बुरा है किंतु खतरनाक नहीं है।
4. कवि ने अपने आक्रोश को दबाकर टालते रहने की प्रवृत्ति को बुरा बताया है इससे मनुष्य अपनी इच्छानुसार कार्य नहीं कर सकता।
2 . निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
सबसे खतरनाक होता है।
मुद शांति से भर जाना
न होना तड़प का सब सहन कर जाना
घर से निकलना काम पर
और काम से लौटकर घर ना
सबसे खतरनाक होता हैं।
हमारे सपनों का मर जाना
सबसे खतरनाक वह घड़ी होती है।
उपकी कलाई पर चलती हुई भी जो
आपकी निगाह में रुकी होती हैं।
प्रश्न
1, कवि के अनुसार सबसे खतरनाक क्या होता है
2. मुद शांति से क्या अभिप्राय है?
3. सपनों के मर जाने से क्या होता है?
4. घड़ी के माध्यम से कवि क्या कहता है।
उत्तर =
1. कवि के अनुसार, सबसे खतरनाक वह स्थिति है जब मनुष्य प्रतिक्रिया नहीं जाता, वह उत्साहहीन हो जाता है।
2. मुर्दा शांति से अभिप्राय है, मानय जीवन में जड़ता और निष्क्रियता का भाव होना अर्थात् अत्याचारों को मूक बनकर सहते जाना और कोई प्रतिक्रिया न व्यक्त करना।
3, सपनों के मरने से मनुष्य की कामनाएँ इकाएँ समाप्त हो जाती हैं। वह वर्तमान से संतुष्ट रहता है। इस प्रवृति से रात में नए विधार व आविष्कार नहीं हो पाते।।
4, घी समय को बताती हैं। वह समय की गतिशीलता दर्शाती है तथा मनुष्य को समय के अनुसार बदलने की प्रेरणा देती है। मनुष्य द्वारा स्वयं को न बदल पाने की स्थिति खतरनाक होती है।
3. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
सबसे खतरनाक वह आँख होती है।
जो सब कुछ देखती हुई भी जमी बर्फ होती है।
जिसकी नजर दुनिया को मुहब्बत से चूमना भूल जाती है।
जो चीजों से उठती अधेपन की भाप पर दुलक जाती है
जो रोजमर्रा के क्रम को पीती हुई
एक लक्ष्यहीन दुहराव के उलटफेर में खो जाती हैं।
प्रश्न
1. कवि कैसी आँख को ख़तरनाक मानता है?
2 दुनिया को मुहब्बत की नजर से न चूमने वाली आँख को कवि खतरनाक क्यों मानता है?
3 जो रोजमर्रा के क्रम को पीती हुड़ी पंक्ति का आशय बताइए।
4. आँख का अंधेपन की भाप पर दुलकना क्या कटाक्ष करता है?
उत्तर –
1. कवि उस आँख को खतरनाक मानता है जो अन्याय को देखकर भी कोई प्रतिक#2381;रिया व्यक्त नहीं करती। इस तरह से कवि मनुष्य की संवेदनशून्यता पर चोट कर रहा है।
2 दुनिया को मुहब्बत की नजर से न चूमने वाली आँख को कवि इसलिए खतरनाक मानता है, क्योंकि ऐसी नजर से प्रेम एवं सौंदर्य की भावना समाप्त हो जाती है। ऐसी आँख हर वस्तु को घृणा की दृष्टि से देखती है।
3. इसका अर्थ है वह जिंदगी जो दैनिक क्रियाकलापों में संवेदनहीनता के साथ भटकती रहती है।
4. इसमें कवि कहता है कि मनुष्य वस्तुओं की चाह में गलत सही कार्य करता है। वह उनकी पूर्ति की चाह में हर मूल्य को दाँव पर लगा देता है।
4. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
सबसे खतरनाक वह चाँद होता है।
जो हर हत्याकांड के बाद
वीरान हुए आँगनों में चढ़ता है।
पर आपकी आँखों की मिचों की तरह नहीं गड़ता है।
प्रश्न
1. चाँद’ किसका प्रतीक है? कवि उसे खतरनाक क्यों मानता है?
2. घर-आँगन के वीरान होने का क्या कारण है?
3. अंतिम पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर =
1. चाँद’ आस्था व शांति का प्रतीक है। कवि उसे खतरनाक मानता है, क्योंकि वह लोगों में प्रतिकार की भावना को दबा देता है।
2 इस आँगन के वीरान होने के कारण हत्याकांड हैं जो आतंक के कारण हो रहे हैं।
3. इस पंक्ति का अर्थ है कि लोग हत्याकांड पर भी शांत रहते हैं तथा अपनी खुशियों में मग्न रहते हैं, जबकि उन्हें ऐसे हमलों का प्रतिकार करना चाहिए।
5. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
सबसे खतरनाक वह गीत होता है।
आपके कानों तक पहुँचने के लिए
जो मरसिए पढ़ता है।
जो जिंदा रूह के आसमानों पर ढलती हैं।
जिसमें सिर्फ उल्लू बोलते और हुआँ हुओं करते गीदड़
आतांकित लोगों के दरवाज़ों पर
जो गुडे की तरह अकड़ता है।
सबसे खतरनाक वह रात होती है।
हमेशा के धरे बद दरवाज-चौगाठों पर चिपक जाते हैं।
प्रश्न
1. कवि कैसे गीत को खतरनाक मानता है तथा क्यों?
2. कवि लोगों की किस आदत को खतरनाक मानता है?
3. कवि ने किस रात को खतरनाक माना है।
4. जिदा रूह के आसमानों द्वारा कवि क्या कहना चाहता है?
उत्तर =
1. कवि उन गीतों को खतरनाक मानता है जो शोक गीत गाकर लोगों के मन में प्रतिकार के भाव को समाप्त करके उन्हें और अधिक डराता है।
2. कवि लोगों का आतंक सहने तथा उसका विरोध न करने की आदत को खतरनाक मानता है।
3. कवि उस रात को खतरनाक मानता है जो जीवित लोगों की आत्मा रूपी आसमान पर अंधकार के समान छा जाती है।
4. इसका अर्थ है सजग लोग। वह कहना चाहता है कि सजग लोगों को अंधविश्वासों व रूढ़ियों से बचना चाहिए।
6. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
सबसे खतरनाक वह दिशा होती है।
जिसमें आत्मा का सूरज डूब जाए।
और उसकी मुद धूप का कोई टुकड़ा
आपके जिस्म के पूरब में चुभ जाए
मेहनत की लूट सबसे खतरनाक नहीं होती
पुलिस की मार सबसे खतरनाक नहीं होती
गद्दारी-लोभ की मुट्ठी सबसे खतरनाक नहीं होती।
प्रश्न
1. कवि ने आत्मा को क्या माना है?
2. कवि किस दिशा को खतरनाक मानता है?
3, आत्मा का सूरज डूबने जाए’ का अर्थ बताइए।
4. मुर्दा धूप का कोई टुकड़ा का व्यंग्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर –
1. कवि ने आत्मा को मृत के समान तटस्थ माना है।
2, कवि उस दिशा को खतरनाक मानता है जिस पर चलकर मनुष्य अपनी आत्मा की बात अनसुनी कर देता है।
3. इसका अर्थ है-अंतरात्मा की आवाज का क्षीण पड़ना।
4. कवि कहना चाहता है कि आदर्शपरक अच्छी बातें ; जैसे-त्याग, अहिंसा, बलिदान आदि मनुष्य को प्रतिक्रियाहीन व जड़ बना देती हैं।
सबसे खतरनाक
काव्य सौंदर्य बोध संबंधी प्रश्न
1
कपट के शोर में
सही होते हुए भी दब जाना-बुरा तो हैं।
किसी जुगनू की ली में पढ़ना-बुरा तो है।
मुट्टियाँ भींचकर बस वक्त निकाल लेना-बुरा तो हैं।
सबसे खतरनाक नहीं होता
प्रश्न
क) भाव-सौंदर्य स्पष्ट करें।
ख) शिल्प-सौंदर्य स्पष्ट करें।
उत्तर =
क) इस काव्यांश में कवि ने कुछ स्थितियों का वर्णन किया है जो बुरी तो हैं, परंतु सबसे खतरनाक नहीं हैं। सही बातों का कपट के कारण दब जाना, अभाव में रहना, क्रोध को व्यक्त करना आदि बुरी स्थैितियाँ तो है, परंतु सबसे खतरनाक नहीं है।
ख) बुरा तो है पद की आवृत्ति प्रभावी है।
० ‘जुगनू की लौ से साधनहीनता प्रकट होती है।
० ‘कपट के शोर में सही होते हुए भी दब जाना’, जुगनू की लौ में पढ़ना’, ‘मुट्ठयाँ भींचकर वक्त निकाल लेना आदि नए भाषिक प्रयोग है। व्यंजना शब्द शक्ति है।
० खड़ी बोली में सशक्त अभिव्यक्ति है।
० मुक्त छंद है।
० सरल शब्दावली है।
2
सबसे खतरनाक वह आँख होती है।
जो सब कुछ देखती हुई भी जमी बर्फ होती है।
जिसकी नजर दुनिया को मुहब्बत से चूमना भूल जाती है।
जो चीजों से उठती अधेपन की भाष पर दुलक जाती है।
जो रोजमर्रा के क्रम को पीती हुई
एक लक्ष्यहीन दुहराव के उलटफेर में खो जाती है।
प्रश्न
क) भाव सौंदर्य स्पष्ट करें।
ख) शिल्प-सौंदर्य स्पष्ट करें।
उत्तर
क) इस काव्यशि में दृष्टि के अनेक रूपों का उल्लेख किया गया है। कवि संवेदनशील व परिवर्तनकारी जीवन शैली का समर्थन है। ‘सबसे खतरनाक कहकर कति उन वस्तुओं या भावों को समाज के लिए हानिकारक व अनुपयोगी मानता है।
ख) जमी बर्फ संवेदना शून्य ठड़े जीवन का
० ‘जमी बर्फ होती’, ‘मुहब्बत से घूमना’, ‘अंधेपन की प्रतीक है। भाप’ आदि नए भाषिक प्रयोग है।
० ‘अंधेपन की भाप में रूपक अलंकार है।
० भाषा में व्यंजना शक्ति है।
० खड़ी बोली में राशक्त अभिव्यक्ति है।
० उर्दू शब्दों का सहा प्रयोग है।
० प्रतीकों व बिंबों का सशक्त प्रयोग है।
3
सबसे खतरनाक वह दशा होती है।
जिसमें आत्मा का सूरज डूब जाए
और उसकी मुद धूप का कोई टुकड़ा
आपके जिस्म के पूरब में चुभ जाए
प्रश्न
क) भाव-सौदर्य बताइए।
ख) शिल्प-दर्य बताइए।
उत्तर =
क) इस अंश में, कति आत्मा की आवाज को अनसुना करने वाली चिंतन-शैली को धिक्कारता है। वह कट्टर विचारधारा का विरोधी है।
ख) ‘आत्मा का सूरज में रूपक अलंकार है।
० ‘जिस्म के पूरब में रूपक अलंकार है।
० सांकेतिक भाषा का प्रयोग है।
० खड़ी बोली में सशक्त अभिव्यक्ति है।
० मुक्त छंद है।
० उर्दू शब्दावली का प्रयोग है।
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