Book: | National Council of Educational Research and Training (NCERT) |
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Board: | Central Board of Secondary Education (CBSE) |
Class: | 4 |
Subject: | Hindi |
Chapter: | 2 |
Chapters Name: | जैसा सवाल वैसा जवाब |
Medium: | English |
जैसा सवाल वैसा जवाब | Class 4 Hindi | NCERT Books Solutions
NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 2 प्रश्न-अभ्यास
NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 2 पाठ्यपुस्तक से
तुम्हारी बात।
(क) ख्वाजा सरा के तीनों सवालों का क्या कोई और जवाब हो सकता है? अपने मन से सोचकर लिखो।
उत्तर :-
- ख्वाजा सरा का पहला सवाल था-संसार का केन्द्र कहाँ है? इसका दूसरा जवाब हो सकता है आप जिस स्थान पर खड़े हैं वही संसार का केन्द्र है।
- उनका दूसरा सवाल था-आकाश में कितने तारे हैं? इसका दूसरा जवाब हो सकता है-आकाश में उतने ही तारे हैं जितने आपके सिर में बाल हैं।
- उनका तीसरा सवाल था-संसार की आबादी कितनी है? इसका दूसरा जवाब हो सकता है-ख्वाजा साहब पहले संसार के सभी लोगों को इकट्ठा करें फिर हम गिनकर आबादी बता देंगे।
(ख) अगर तुम ख्वाजी सरा की जगह पर होते तो बीरबल को हराने के लिए कौन-से सवाल पूछते?
उत्तर :-
अगर मैं ख्वाजा सरा की जगह पर होता तो बीरबल को हराने के लिए निम्न सवाल पूछता
कुत्ते की दुम सीधी क्यों नहीं होती?
नोट-विद्यार्थी अन्य सवाल भी कर सकते हैं।
(ग) ख्वाजा सरा का बस चलता तो वे बीरबल को हिंदुस्तान से निकाल देते। अगर तुम्हारा बस चले तो तुम कौन-कौन सी इच्छाएँ पूरी करना चाहोगे?
उत्तर :-
मैं अपने देश से गरीबी और भुखमरी हटाकर उसे दुनिया का स्वर्ग बनाऊँगा।
बस
नीचे लिखे वाक्य पढ़ो-
- मैं बस में बैठकर स्कूल जाती हूँ।
- ख्वाजा सरा का बस चलता तो वे बीरबल को निकाल देते।
- बस! अब रुक जाओ।
- बस दो दिन की तो बात है। मैं आ जाऊँगी।
ऊपर लिखे वाक्यों में बस शब्द के अर्थ अलग-अलग हैं।
अब इसी तरह चल शब्द से वाक्य बनाओ।
(संकेत-चल, चल-चल, चला, चलें, चलना, चलती, चलो)
उत्तर :-
- तू मेरे साथ चल।
- आज तो मैं चल-चल कर थक गया हूँ।
- लो, वह तो चला।
- अच्छा, अब हम चलें।
- क्या तुम्हें मेरे साथ चलना है?
- चलती ट्रेन से नहीं उतरना चाहिए।
- तुम मेरे साथ चलो।
बढ़े कहानी
एक दिन अकबर ने बीरबल से पूछा, “बीरबल, दुनिया में सबसे अधिक शक्तिशाली कौन है?” बीरबल ने क्या कहा होगा? कहानी आगे बढ़ाओ।
उत्तर :-
विद्यार्थी स्वयं करें।
खोजो कहानियाँ
बीरबल की चतुराई के किस्से बहुत मशहूर हैं।
(क) तुम भी बीरबल का एक ऐसा ही किस्सा हूँढ़ो जिसमें वह अपने जवाबों से सबका मुँह बंद कर देता है।
उत्तर :-
विद्यार्थी स्वयं करें।
(ख) बीरबल की तरह बहुत से अन्य व्यक्तियों की हाज़िरजवाबी के किस्से प्रसिद्ध हैं। उनके नाम पता करो।
उत्तर :-
उनके नाम हैं-तेनालीराम और लाल बुझक्कड़।
एक और शब्द
नीचे लिखे शब्दों की जगह और कौन-सा शब्द इस्तेमाल हो सकता है? खाली जगह में लिखो।
उत्तर :-
बुद्धिमान | चतुर | मूर्ख | बेवकूफ |
अभिमान | घमंड | विश्वास | भरोसा |
संसार | दुनिया | कोशिश | प्रयत्न |
मुहावरे
नीचे लिखे मुहावरों का इस्तेमाल तुम कब-कब कर सकते हो? आपस में चर्चा करो। अब इनका वाक्यों में इस्तेमाल करो।
- नाक-भौंह सिकोड़ना
- कलई खुलना
उत्तर :-
- नाक-भौं सिकोड़ना-कहीं भी बाहर जाने के नाम पर वह नाक-भौं सिकोड़ने लगता है।
- कलई खुलना-चोरी की कलई खुलते ही वह धीरे से खिसक गया।
जैसा सवाल वैसा जवाब कहानी का सारांश
बादशाह अकबर अपने मंत्री बीरबल को बहुत पसंद करता था। इस कारण कुछ दरबारी बीरबल से जलते थे। वे बीरबल को मुसीबत में फंसाने के तरीके सोचते रहते थे। ख्वाजा सरा, जो अकबर के एक खास दरबारी थे, अपनी बुद्धि और विद्या के आगे बीरबल को निरा बालक और मूर्ख समझते थे। एक दिन उन्होंने बीरबल को मूर्ख साबित करने की ठान ली। बहुत सोच-विचार कर कुछ मुश्किल प्रश्न उन्होंने सोचा। उन्हें पूरा भरोसा था कि ऐसे प्रश्नों के उत्तर: बीरबल कभी नहीं दे पाएगा। फिर बादशाह के सामने उनकी (ख्वाजा सरा) अहमियत बढ़ जाएगी।
ख्वाजा सरा सीधे अकबर के पास पहुंचे। उन्हें तीन सवाल देकर उन्होंने कहा कि उनके जवाब बीरबल से पूछे ताकि उसके दिमाग की गहराई का पता चले। ख्वाजा के अनुरोध पर अकबर ने बीरबल को बुलाया और उनसे कहा कि परम ज्ञानी ख्वाजा साहब तुमसे तीन प्रश्न पूछना चाहते हैं। क्या तुम उनके उत्तर: दे सकते हो? बीरबल तुरंत तैयार हो गए। ख्वाजा का पहला प्रश्न था-संसार का केन्द्र कहाँ है? इसके जवाब में बीरबल ने तुरंत जमीन पर अपनी छड़ी गाड़कर उत्तर: दिया, “यही स्थान चारों ओर से दुनिया के बीचोंबीच पड़ता है।” ख्वाजा का दूसरा प्रश्न था-आकाश में कितने तारे हैं? बीरबल ने एक भेड़ मँगवाकर कहा कि इस भेड़ के शरीर में जितने बाल हैं, उतने ही तारे आकाश में हैं। बीरबल ने ख्वाजा साहब को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उन्हें इसमें कुछ संदेह दिखाई पड़ता है तो वे बालों को गिनकर तारों की संख्या से तुलना कर सकते हैं। उनका तीसरा सवाल था-संसार की आबादी कितनी है? बीरबल ने तपाक से जवाब दिया-जहाँपनाह! संसार की आबादी पल-पल पर घटती-बढ़ती रहती है क्योंकि हर पल लोगों का मरना-जीना लगा ही रहता . है। इसलिए यदि सभी लोगों को एक जगह इकट्ठा किया जाए तभी उनको गिनकर ठीक-ठीक संख्या बताई जा सकती है। ख्वाजा साहब बीरबल के उत्तर:ों से संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने बीरबल से कहा कि ऐसे गोलमोल जवाबों से काम नहीं चलेगा। बीरबल ने कहा कि ऐसे सवालों के ऐसे ही जवाब होते हैं। ख्वाजा साहब आगे कुछ नहीं बोले।
शब्दार्थ : जलते थे-ईष्र्या करते थे। मुसीबत-परेशानी, समस्या। तरीके-उपाय। अभिमान-घमंड। तूती बोलती थी-शासन चलता था। छक्के छूटना-हिम्मत हार जाना। कलई खुलना-भेद पता चलना। अनुरोध-आग्रह। नाक-भौंह सिकोड़ना-अनिच्छा व्यक्त करना।
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