Book: | National Council of Educational Research and Training (NCERT) |
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Board: | Central Board of Secondary Education (CBSE) |
Class: | 2 |
Subject: | Hindi |
Chapter: | 1 |
Chapters Name: | ऊँट चला |
Medium: | English |
ऊँट चला | Class 2 Hindi | NCERT Books Solutions
कविता का सारांश
प्रस्तुत कविता ‘ऊँट चला’ प्रयाग शुक्ल द्वारा रचित है। इस कविता में कवि ने एक ऊँट के क्रियाकलापों का वर्णन किया है। कवि कहता है कि ऊँचा ऊँट हिलता-डुलता चला जा रहा है। ऊँची गर्दन तथा ऊँची पीठ उठाए ऊँट चल रहा है। ऊँट बोझ लेकर बालू में भी चल सकता है। कवि कहता है कि जब ऊँट थककर बैठेगा तो यह किस करवट बैठेगा, किसी को नहीं मालूम।
काव्यांशों की व्याख्या
1. ऊँट चला, भई ऊँट चला
हिलता डुलता ऊँट चला।
इतना ऊँचा ऊँट चला
ऊँट चला, भई ऊँट चला।
ऊँची गर्दन, ऊँची पीठ
पीठ उठाए ऊँट चला।
- प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक रिमझिम, भाग-2 में संकलित कविता ‘ऊँट चला’ से ली गई हैं। इस कविता के कवि प्रयाग शुक्ल ने एक ऊँट के क्रियाकलापों का वर्णन किया है।
- व्याख्या – उपर्युक्त पंक्तियों में कवि कहता है कि हिलता-डुलता ऊँट चला जा रहा है। ऊँट का कद काफी ऊँचा है। वह ऊँची गर्दन तथा ऊँची पीठ किए चला जा रहा है।
2. बालू है, तो होने दो।
बोझ ऊँट को ढोने दो।
नहीं फँसेगा बालू में
बालू में भी ऊँट चला।
जब थककर बैठेगा ऊँट
किस करवट बैठेगा ऊँट?
बता सकेगा कौन भला
ऊँट चला, भई ऊँट चला।
- शब्दार्थ : बालू-रेत। करवट-हाथ या पीठ के बल लेटने की स्थिति।
प्रसंग-पूर्ववत। - व्याख्या – प्रस्तुत पंक्तियों में कवि कहता है कि बालू में ऊँट नहीं फँसेगा। वह इसमें भी बोझ ढो सकता है। जब ऊँट थककर बैठेगा तो वह किस करवट बैठेगा, कोई नहीं बता सकता। कवि पुनः कहता है कि ऊँट चलता जा रहा है, चलता ही जा रहा है।
प्रश्न – अभ्यास
झटपट कविता पढ़कर मज़ा लो।
………..“देखो………..देखो,………..ऊँट………..चला
कुछ ऊँट ऊँचा
कुछ पूँछ ऊँची
कुछ ऊँचे ऊँट की
पीठ ऊँची
अब जल्दी – जल्दी बोलकर देखो। जीभ लड़खड़ा गई न! कैसी लगी कविता? अब इस कविता को अपने मन से नाम दो। ऊपर दी गई जगह में लिख भी दो।
रेगिस्तान
प्रश्न 1
ऊँट रेगिस्तान में ज्यादा मिलते हैं। नीचे दो चित्र बने हैं। सही जगह पर ऊँट का चित्र बनाओ।
उत्तर :-
इसे विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 2
बालू या रेत कहाँ-कहाँ पर मिलती है?
उत्तर :-
बालू या रेत समुद्र व नदी के तट पर अथवा रेगिस्तान में मिलती है।
• कितना
अब बताओ
1. ऊँट कितना ऊँचा?
2. हाथी कितना मोटा?
3. चींटी कितनी छोटी?
कुछ ऊँचा कुछ नीचा
प्रश्न 3
(क) ऊँट से ऊँची चीज़ों के नाम पर गोला लगाओ।
उत्तर :-
(ख) ऊँट के नीचे से क्या-क्या निकल सकता है?
उत्तर :-
ऊँट के नीचे से कुत्ता, बिल्ली, चूहा, खरगोश इत्यादि जानवर निकल सकते हैं।
(ग) किन-किन चीजों की मदद से ऊँट पर चढ़ोगे?
उत्तर :-
सीढी की मदद से या किसी व्यक्ति के कंधों पर सवार होकर।
सफ़र का सामान
प्रश्न 4
बताओ, ये सब क्या उठाकर चलेंगे
उत्तर :-
अलग-अलग घर
प्रश्न 5:
नीचे कुछ शब्द लिखे हैं। इन्हें बोलकर देखो। अब मिलते-जुलते शब्दों को सही खाने में लिखो।
जूट, सूट, भला, धंस, हँस, तब, कब, गला, आलू, चालू
उत्तर :-
प्रश्न 6
ऐसे ही और शब्द सोचकर लिखो।
उत्तर :-
आना, जाना, खाना, पीना, गाना, ऐसा, वैसा।
अक्षर की बात
प्रश्न 7
कविता में ‘ब’ से शुरू होने वाले शब्द कौन-कौन से हैं? उनके नीचे रेखा खींचो।।
उत्तर :-
बालू बोझ बैठेगा बता
प्रश्न 8:
तुम्हारा नाम किस अक्षर से शुरू होता है? उस अक्षर से चार शब्द और लिखो?
उत्तर :-
मेरा”नाम”र”अक्षर से शुरू होता है। इस”अक्षर से शुरू होने वाले अन्य”नाम” हैं। रमेश,……. राजेशः,……..रानी,…….. रुचि……
बोझा
प्रश्न 9
बहुत से जानवरों को बोझा ढोने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। क्या तुम्हें यह ठीक लगता है? क्यों?
उत्तर :-
जानवरों को बोझा उठाते हुए देखकर मुझे काफी तकलीफ़ होती है। ज्यादा बोझ उठाने से उन्हें भी कष्ट होता होगा। यह उचित नहीं है। बोझा उठाने का काम अन्य साधनों से आसानी से हो सकता है।
प्रश्न 10
तुम्हारे आस-पास कौन-कौन बोझ उठाते हैं?
उत्तर :-
हमारे आस-पास कुली, मज़दूर, घोड़े, गधे इत्यादि बोझ उठाते हैं।
कविता बढ़ाओ
कितने ऊँट
प्रश्न 11
इस कविता में कुल कितनी बार ऊँट शब्द आया है? बिना देखे बताओ।
उत्तर :-
13 बार।
प्रश्न 12
नीचे चित्र में कितने ऊँट छिपे हैं? ध्यान से देखकर बताओ।
उत्तर :-
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